Symptoms of Malaria : इस स्थिति में रोगी की जान जा सकती है
ज्यादातर मलेरिया की बीमारी मानसून में बहुत ज्यादा होती है। यह बीमारी कम उम्र और ज्यादा उम्र दोनों लोगों को अपनी चपेट में लेती है। जब भी किसी को लगातार तेज़ी से बुखार आता है उसी को हम मलेरिया कहते है। ज्यादातर (Symptoms of Malaria)मलेरिया के लक्षण ग्रामीण इलाकों में ज्यादा देखने को मिलते है। लेकिन सबसे बढ़िया बात यह है कि इससे लोगो की मृत्यु दर बहुत कम है। अगर 2020 में बात करे तो इसके मृत्यु दर में 83.6 प्रतिशत कमी आई है।
राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की रिपोर्ट के अनुसार 2016 में भारत में मलेरिया के कारण 716213 लोग इससे संक्रमित हुए थे और सैकड़ों लोगो की इसकी वजह से मौत हुई थी। आपको मलेरिया को हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे आप अपने जीवन को खतरे में भी आ सकते हैं। यहां पर हम आपको कुछ मलेरिया के लक्षण के बारे में बताएंगे जिससे आप आसानी से पता करके अपना इलाज करा सकते है।

मलेरिया क्या है ?
आप सभी लोगों को जानकारी होगी कि मलेरिया मच्छरों के काटने से होती है। मच्छरों में एक फीमेल प्रजाति एनोफिलीज होती है जिसके काटने से मलेरिया होता है। क्युकी इस मादा मच्छर में प्लाज्मोडियम जीवाणु पाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं होता है। प्लास्मोडियम की पाँच प्रजाति होती है जिनका नाम प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम , प्लास्मोडियम मलेरिया, प्लास्मोडियम विवैक्स ,प्लास्मोडियम ओवले और प्लास्मोडियम नोलेसी है जिससे हमारा शरीर बीमार हो सकता है।
मलेरिया के क्या लक्षण है
हर व्यक्ति में मलेरिया के लक्षण एक – दूसरे व्यक्ति से अलग हो सकते हैं तो नीचे हम आपको कुछ बातें बताइए जिसको ध्यान में रखना चाहिए।
- थकान
- एनीमिया
- मांसपेशियों में दर्द
- बैचेनी होना
- सिरदर्द
- पसीना आना
- उल्टी आना
- गले में खराश
- ठंड लगना
- तेज बुखार
- मल में खून आना
- बीमार महसूस करना
मलेरिया के लक्षण कब दीखते है?
जब भी मलेरिया वाला मच्छर किसी भी व्यक्ति को काटता है तो उसके लक्षण दिखने में 7 से 30 दिन का वक्त भी लग जाता है। लेकिन कभी-कभी परिस्थितियां ऐसी भी होती है जहां पर आप को 1 साल बाद बुखार आता है। उदहारण के तौर माने आप एक ऐसी जगह गये है यहाँ पर मलेरिया काफी ज्यादा पाया जाता है और आप एक साल बाद वापस आते वक़्त भी उसके लक्षण दिख सकते है।
अगर आपको थोड़ा बहुत बुखार आ रहा है और आपने दवाई लेना शुरू कर दिया है। तो उससे आपको लंबे समय बाद भी उसका असर दिख सकता है। वहीं अगर आपका इम्युनिटी सिस्टम काफी अच्छा है तो आप मलेरिया के शिकार नहीं बन सकते हैं।
मलेरिया से बचाव व रोकथाम
- आपको अपने घरो के भीतर डी. डी .टी. दवा की छिड़काव करना चाहिए।
- घरो के आस पास कभी भी बेकार पानी को इकट़्ठा नहीं होने दे। क्युकी इससे वहां पर मच्छर बहुत आते है।
- पानी के सभी स्त्रोतो मे टेमोफोस नामक दवाई को समय पर डलवाते रहे।
- जिस भी जगह पर पानी इकट़्ठा होता है उस पर मिटटी का तेल का छिड़काव करे।
- अपने घरो में मच्छरों से बचने के लिया जालियां , मच्छर दानी और मच्छर ने बचाने वाली क्रीम का प्रयोग कर सकते है।