वैश्विक रूप से, कोविड-19 महामारी के मामले अब भी चिंताजनक हैं। अब तक, विश्वभर में 150 से अधिक देशों में लाखों लोगों को संक्रमित हो चुका है और लाखों लोगों की मौत हो चुकी है।
कई देशों ने अपने कोविड-19 टीकाकरण अभियानों को गतिशील किया है और अधिकांश लोगों को टीका लगाने के लिए उपलब्धता प्रदान की गई है। वैक्सीनेशन लॉटरी और अनुदान योजनाएं भी शुरू की गई हैं ताकि अधिकांश लोगों को टीका लगाने का मौका मिल सके।
नए कोविड-19 वेरिएंट्स की चिंता भी बढ़ रही है। देल्ता, बीटा, गामा, आल्फा और ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट्स को अब तक खोजा गया है, जिनमें से कुछ वेरिएंट्स अधिक संक्रमक और अधिक लक्षणांधी हो सकते हैं।
कई देशों ने अपने सीमा नियंत्रण और यात्रा निषेधों को मजबूत किया है ताकि विदेश से आने वाले यात्रियों द्वारा वेरिएंट्स के संबंध में संदेह होने का कमी हो सके। विमानों, ट्रेनों, और समुद्री पोर्टों पर तालाबंदी और जाँच का प्रणाली सुधारी गई है।
आपातकालीन चिकित्सा उपाय और संगठनों द्वारा संचालित कोविड-19 सेवा केंद्रों को स्थापित किया गया है। इन केंद्रों में लक्षित संक्रमण के उपचार, आवश्यक और उचित चिकित्सा सुविधाएं और टेस्टिंग सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
वैश्विक मानकों के अनुसार, वैश्विक सामरिक सहयोग और साझेदारी की जरूरत है ताकि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अधिक प्रभावी रणनीतियाँ बनाई जा सकें। वैश्विक मानकों के अनुसार वैक्सीन पहुंच, लक्षणों की पहचान, उपचार, और जाँच की प्रणाली को सुधारा जा रहा है।